श्री राम विवाह की कथा सुन धन्य हुए श्रद्धालु, और खूब झूमे

NaradSandesh।।फरीदाबाद,21 फरवरी। मार्गशीर्ष शुक्ल पंचमी को भगवान राम ने माता सीता के साथ विवाह किया था. अतः इस तिथि को श्रीराम विवाहोत्सव के रूप में मनाया जाता है. इसको विवाह पंचमी भी कहते हैं. पौराणिक धार्मिक ग्रथों के अनुसार इस तिथि को भगवान राम ने जनक नंदिनी सीता से विवाह किया था जिसका वर्णन सेक्टर 9 के श्री राम मंदिर में 10  दिवसीय श्री राम कथा के चौथे दिन पंडाल में कथावाचक परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी वृन्दावन वाले महाराज जी ने रोचक तरीके से किया ।


कथावाचक परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी ने वर्णन करते  हुए कहा की महाराजा जनक ने सीता के विवाह हेतु स्वयंवर रचाया. सीता के स्वयंवर में आए सभी राजा-महाराजा जब भगवान शिव का धनुष नहीं उठा सकें, तब ऋषि विश्वामित्र ने प्रभु श्रीराम से आज्ञा देते हुए कहा- हे राम! उठो, शिवजी का धनुष तोड़ो और जनक का संताप मिटाओ.गुरु विश्वामित्र के वचन सुनकर श्रीराम तत्पर उठे और धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाने के लिए आगे बढ़ें. यह दृश्य देखकर सीता के मन में उल्लास छा गया. प्रभु की ओर देखकर सीताजी ने मन ही मन निश्चय किया कि यह शरीर इन्हीं का होकर रहेगा या तो रहेगा ही नहीं.


इसके आलावा चौथे दिन श्री राम वनवास का वर्णन करते हुए कथावाचक परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी ने भगवान राम के वनवास का प्रसंग सुनाया । और कहा की अगर भगवान राम चाहते तो पिता की आज्ञा न मानकर राज सिंहासन पर बैठ सकते थे, मगर उन्होंने राजपाट ठुकराकर पिता की अाज्ञा को सर्वोपरि माना और 14 साल का वनवास स्वीकार किया। हमें भी अपने माता-पिता की आज्ञा का पालन करना चाहिए, क्योंकि माता-पिता का दर्जा भगवान के समान है। चौथे दिन यजमान के रूप में उद्योगपति गौतम चौधरी और उद्योगपति दिनेश शर्मा रहे।  इसके आलावा नथमल बजाज,मनमोहन गुप्ता,विनोद गर्ग,संजीव शर्मा,जे.आर.शर्मा,रामलाल बोराड़,शैलेंदर  पाठक,गायिका सोनिया,रामकला बजाज,सुनीता अग्रवाल वाई.के.महेश्वरी आशुतोष गर्ग,ने कथावाचक परम पूज्य संत श्री कृष्णा स्वामी जी महाराज से आशीर्वाद लिया। 16 फरवरी से 25 फरवरी तक आयोजित  10 दिवसीय राम कथा दोपहर 3  बजे से शाम 6  बजे तक  श्री राम कथा का भव्य आयोजन श्री रामा कृष्णा फाउंडेशन , रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर 9 , श्री राम मंदिर महिला समिति , प्रोत्साहन वूमेन सोसाइटी की और से किया जा रहा है।


कथा के चौथे  दिन नीतू राजपूत, उषा  भाटिया, मंदीप चावला, नीतू राजपूत, नमृता मित्तल, मधु गुप्ता,  मंजू बजाज, समरिति राजपूत, प्रभा मल्होत्रा, प्रवेश राजपूत, सावित्री मोर, शील जी, नीतू मिड्डा, प्रीति  शर्मा, मोनिका जी, रीना जी, कांता जुनेजा जी,  प्रसाद सहयोगी, आनंद साबू, एस.एन.शर्मा, अजय भाटिया,  नमृता मित्तल, रिक्की चौधरी, एडवोकेट राम कुमार गुप्ता, बलदेवराज जुनेजा, नीतू  राजपूत, सतबीर  शर्मा, डॉ. सुमित अग्रवाल, अशोक शर्मा, रोशन लाल बोराड़, राजिन्द्र मेंदीरत्ता, रोहताश शर्मा, डॉ. राम रतन गुप्ता, इत्यादि उपस्थित रहे।

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